ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप की खोज डचमैन विलेम जांज़ून (Dutchman Willem Janszoon) ने 1606 ईस्वी में की थी और तब इसका नाम “न्यू हॉलैंड (New Holland)” भी रखा गया था। हालांकि, डचों ने महाद्वीप पर अंदर तक खोज नहीं की और न ही ऑस्ट्रेलिया में बसने का प्रयास किया इसलिए जब जेम्स कुक 1770 ईस्वी में यहाँ आये तो वो ऑस्ट्रेलिया के आधिकारिक खोजकर्ता बन गए। अंग्रेजों ने ऑस्ट्रेलिया के मानचित्र को टेबल पर रखा और वहां एक उपनिवेश स्थापित करने का फैसला किया।
इसके अलावा, दसियों हज़ार वर्षों तक इस महाद्वीप में रहने वाले आदिवासियों की संख्या धीरे-धीरे कम होती गई। फिर सोने की की खोज (Gold Rush) ने यूरोपियन भीड़ को आकर्षित किया जैसा की अमेरिका महाद्वीप में हुआ था। स्वदेशी जनजातीय आबादी धीरे धीरे मुख्य भाग से निष्कासित कर दी गयी।

ऑस्ट्रेलिया को एक जेल के रूप में बनाया गया था
18वीं शताब्दी में, इंग्लैंड में अपराध दर इतनी बढ़ गई कि अंग्रेज दोषियों की सजा नियुक्ति का सामना नहीं कर सके। अँगरेज़ सभ्य समाज अपराधियों को अपने मुख्य समाज से दूर रखना चाहते थे ताकि इंग्लैंड में शांति बने रहे और अपराधियों को सख्त सजा देना चाहते थे। ऐसे में दोषियों के लिए ऑस्ट्रेलिया, जो उस समय बिलकुल अलग थलग था, उपयुक्त लगा।
भारत में काला पानी की सजा में जैसे दोषियों को अण्डमान निकोबार जेल भेज दिया जाता था, ठीक वैसा ही ऑस्ट्रेलिया को काला पानी के दोषियों को भेजा जाता था। इसमें अपराधी युरोपियन ज्यादा होते थे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में उपनिवेश बसने के लिए लोग भी नहीं थे नहि पर्याप्त श्रम था इसलिए दोषियों को ऑस्ट्रेलिया ले जाने और उन्हें स्वतंत्र नागरिकों से अलग बसाने का निर्णय लिया गया। कई इतिहासकार इसका कारण इंग्लैंड में जेलों की कमी भी बताते है लेकिन इससे पहले ऑस्ट्रेलिया को एक दूर और अनुपयुक्त महाद्वीप माना जाता था, लेकिन बाद में यह बहुत उपयोगी साबित हुआ।
कई लोग जिन्होंने वहां “सेवा (Services)” की थी, वे वहां रहने के लिए स्थायी हो गए और सामान्य सम्मानित नागरिक बन गए। अभी ऑस्ट्रेलिया की 20 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी आबादी युरोपियन कैदियों के वंशज हैं।
ऑस्ट्रेलिया के बारे में कुछ और रोचक तथ्य
ऑस्ट्रेलियाई न केवल इस तथ्य के लिए जाने जाते हैं कि वे गर्मियों में नया साल मनाते हैं, सिद्धांत रूप में, हमारी समझ में बहुत सी चीजें “उल्टा” होती हैं। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रेलियाई लोगो ने विश्व के नक़्शे को को उल्टा कर दिया है। अगर हमारे लिए दुनिया का नक्शा शीर्ष पर रूस के साथ दिखता है, तो निश्चित रूप से उनके पास शीर्ष पर ऑस्ट्रेलिया है। इसलिए ऑस्ट्रेलिया में विश्व का नक्शा उल्टा करके देखा जाता है। नीचे दी गई तस्वीर देखें।

- ऑस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी नहीं, बल्कि कैनबरा है। बहुत सारे लोग इसे भूलते रहते हैं।
- ऑस्ट्रेलिया में लगभग 30 प्रतिशत प्रवासी हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया आव्रजन नीति को बहुत गंभीरता से लेता है। यह उच्च योग्य विशेषज्ञों को स्वीकार करता है और बहुत ही आरामदायक और अनुकूल काम करने की स्थिति प्रदान करता है।
- ऑस्ट्रेलिया ने सबसे लंबे समय तक निरंतर आर्थिक विकास का रिकॉर्ड बनाया है। वे कृषि, यूरेनियम, तेल और गैस, मछली पकड़ने और खनन क्षेत्रों में अच्छा कर रहे हैं।

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