नीमूचणा किसान आंदोलन (Nimuchana Kisan Andolan) आज़ादी से पहले राजस्थान का एक बड़ा ऐतिहासिक हिस्सा है। सन 1940 में अलवर के नीमूचणा में शांति पूर्वक जमा हुए किसानों पर, जो ऊंची लगान के विरोध में एक सभा का आयोजन कर रहे थे, गोलियां चलाने से सैकड़ों किसान शहीद हो गए और कई गांव को जला … Read More “नीमूचणा किसान आंदोलन (Nimuchana Kisan Andolan)” »
Author: exmbug
जब आप दर्ज इतिहास में सबसे बड़े साम्राज्य के बारे में सोचते हैं तो आपके दिमाग में क्या आता है? आप निस्संदेह रोमन साम्राज्य पर विचार करते हैं। यदि ऐसा है तो यह एक मिथ्या विश्वास है। सूची में रोमन मुश्किल से 19वें सबसे बड़े साम्राज्य के रूप में रैंक करता है। ब्रिटिश साम्राज्य पहले … Read More “विश्व इतिहास के बड़े साम्राज्य (Big Dynasty in World History)” »
आई.ए.एस (IAS) की कोचिंग के लिए दिल्ली जाना एक बैहतर विकल्प हो सकता है। दिल्ली में संघ लोक सेवा आयोग द्वारा केंद्रीय स्तर पर सिविल सेवाओ परीक्षाओ के लिए कई कोचिंग मिल जाती है। अधिकतर कोचिंग डा. मुखर्जी नगर और राजेंद्र नगर क्षेत्र में झुरमुट (ghetto) की तरह इकठ्ठी है। बहुत सारी कोचिंग होने की … Read More “क्या मुझे आई.ए.एस (IAS) की कोचिंग के लिए दिल्ली जाना चाहिए ?” »
मुजफ्फरपुर बमकांड क्रांतिकारी भारतीय राष्ट्रिय आंदोलन का एक अहम अध्याय है की कैसे कम उम्र के युवा भारत की आज़ादी के सपने देख रहे थे और कैसे न कैसे आज़ादी पाने का प्रयास कर रहे थे। इस घटना में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी दोनों काफी युवा थे। जिसमे खुदीराम बोस 18 वर्ष से कम … Read More “मुजफ्फरपुर बमकांड : खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी” »
21 या 22 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध में शीतकालीन संक्रांति (Winter solstice) होती है। उत्तरी गोलार्द्ध में यह वर्ष का सबसे छोटा दिन है और इसका खगोलीय और धार्मिक महत्व है। कई प्रारंभिक संस्कृतियों ने इस दिन को जिस दिन सूर्य उत्तरायण के रूप में मानते रहे है। सूर्य का उत्तरायण होना लंबे दिनों की … Read More “क्या होता है शीतकालीन संक्रांति [Winter solstice]” »
स्वदेश दर्शन योजना को 2014-15 में पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार शुरू किया गया था ताकि एकीकृत रूप से पर्यटन का विकास हो सके। यह केंद्र सर्कार की योजना है। स्वदेश दर्शन योजना (Swadesh Darshan Scheme) का उद्देश्य भारत में पर्यटन को बढ़ावा देना है ताकि विकास के साथ साथ पर्यटन भी अर्थव्यवस्था में … Read More “स्वदेश दर्शन योजना 2.0 (Swadesh Darshan Scheme)” »
जैसा कि हम जानते हैं, हमारी दुनिया में सब कुछ घूम रहा है। पृथ्वी अपनी धुरी के चारों ओर और सूर्य के चारों ओर घूम रही है और उसी समय आकाशगंगा के केंद्र के चारों ओर भी लगातार घूर्णन कर रही है। हम इसे रोक नहीं सकते। लेकिन आइए एक पल के लिए कल्पना करें … Read More “अगर पृथ्वी रुक जाए तो क्या होगा ?” »
हमारे पास कई वर्षों से ऑटोमोबाइल इंजिन्स में केवल दो इंजिन्स हैं – पेट्रोल और डीजल इंजन। हालांकि, डीज़ल इंजन के कई फायदों के बावजूद, प्राय दो -पहिया वाहनों में डीज़ल इंजन को नहीं लगाया जाया हैं। इसके अनेक कारण हैं। डीजल की दो पहिये वाहन या मोटरसाइकिलें हर किसी के लिए नहीं हो सकती … Read More “दो पहिये वाहनों में डीजल इंजन का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है?” »
कैस्पियन सागर (Caspian Sea) पांच देशो के तटों को जोड़ता है या सीमाओं से लगता है: रूस, कजाकिस्तान, अजरबैजान, ईरान और तुर्कमेनिस्तान। पानी के इस बड़े भौतिक भाग को अक्सर सागर या समुद्र (sea) भी कहा जाता है, यहां तक कि “कैस्पियन सागर” नाम भी नक्शों पर दर्शाया गया है। हालांकि, कैस्पियन समुद्र और झील … Read More “कैस्पियन सागर समुद्र और झील दोनों क्यों है?” »
सवाना (Savannah) समुदाय घास और बिखरे हुए पेड़ों का एक विशेष पारितंत्र है। सवाना सामान्य जंगलों की तुलना में संरचनात्मक रूप से सरल होते हैं, इसमें वे जमीन के ऊपर पारिस्थितिकी की जटिलता प्रदान नहीं करते हैं जैसा की वन करते हैं। वास्तव में सवाना का नाम अफ़्रीकी उष्णकटिबंधीय घास मैदानों (Tropical grasslands) के नाम … Read More “सवाना या उष्णकटिबंधीय घास मैदान (savanna or tropical grasslands)” »