फ्रांसीसी क्रांति तथा नेपोलियन ने इटली पर अनेक महत्वपूर्ण प्रभाव छोड़ें। नेपोलियन ने इटली को संवैधानिक तथा उदार सुधार किये। इटली के निवासियों ने नेपोलियन का स्वागत एक संकटमोचक या परिमोचक के रूप में किया था। उन्होंने ऑस्ट्रिया की हार पर खुशियां मनाई क्योंकि ऑस्ट्रिया इटली की राह में सबसे बड़ी बाधा ही नहीं था बल्कि इटली का सबसे बड़ा शत्रु था।
सामंतवादी व्यवस्था की समाप्ति तथा आंतरिक व्यापार पर प्रतिबंधों का अंत (लेसज़ फेयर) नेपोलियन और फ़्रांसिसी क्रांति की इटली को सबसे बड़ी महान तोहफा था। नेपोलियन ने ही इटली का राष्ट्रीय आत्मसम्मान विकसित किया और अपने गौरवपूर्ण अतीत को याद दिलवा कर एकता का पाठ पढ़ाया। नेपोलियन ने सिस-अल्पाइन (Sis Alpine) गणराज्य स्थापित कर इटलीवासियों को एकीकरण से रूबरू करवाया था।
नेपोलियन इटली के राष्ट्रवाद का जन्मदाता
कॉन्टिनेंटल सिस्टम से इटली के वस्त्र उद्योग से इटली के आर्थिक और औद्योगिक विकास का एकीकरण का सूत्रपात किया और लेकिन नेपोलियन ने इटली को फ्रांस के एक उपनिवेश रूप में जब प्रयोग करने का काम शुरू किया तो इटलीवासियों की आत्मसम्मान की भावना जाग उठी। नेपोलियन ने इटली पर अनेक कर लगाए और इटली की राष्ट्रीय गौरव की चीज़े, कलाकृतिया फ्रांस ले गया तो इटलीवासियों ने इसे सहन नहीं किया।
नेपोलियन ने ही इटली को सभी भौगोलिक तथा राजनीतिक बाधाओं को समाप्त कर इटली को एकता का महत्व सिखाया था और जब फ्रांस ने राष्ट्रीय एकता को समाप्त करना चाहा तो इटली वासियों में राष्ट्रवाद की भावना को प्रोत्साहन मिला, इसलिए नेपोलियन को इटली में राष्ट्रवाद का जन्मदाता कहा जाता है। उसने इटली में राष्ट्रवाद तथा लोकतंत्र की भावना को जागृत किया परंतु इस मत को 1815 के पश्चात स्वीकार नहीं किया जाता क्योंकि मैटरनिख का 40 वर्ष का युग इसे प्रमाणित करता है, जबकि ऑस्ट्रिया बिना किसी विशेष कठिनाई के इटली पर अपना प्रभाव स्थापित करने में सफल हुआ था।
इस प्रकार यह मानना ही तर्कसंगत होगा कि इटली को नेपोलियन ने बुद्धिवाद और तर्क (Rationalism) प्रदान किया, जो फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution) और पुनर्जागरण (Renaissance) की देन थी। इसके अतिरिक्त इटली के निवासियों ने नेपोलियन से यह भी सीखा कि बिना युद्ध के इटली का एकीकरण संभव नहीं था, क्योकि इटली अलग अलग राजनीतिकऔर रूढ़िवादी राज्यों से मिल कर बना हुआ था जिसमे हर कोई प्रभुत्व चाहता था।
इसलिए जब समय आया तब इटलीवासियों ने नेपोलियन द्वारा लगाए गए कर और प्रशासन, राजनीतिक व्यवस्था, आर्थिक आधार तथा विधि और विधान का अनुभव को भरपूर उपयोग भी किया। अंततः यह कहना उचित ही होगा की नेपोलियन और फ्रांसीसी क्रांति का इटली पर यह प्रभाव पड़ा कि वहां परिवर्तन की शक्तियों का प्रारंभ हुआ और रूढ़िवादी शक्तियों के विरुद्ध संघर्ष की शुरुआत हुई।
इससे पहले वाले आर्टिकल को (इटली का एकीकरण ) यहाँ से पढ़े।
यह आर्टिकल आधिकारिक स्त्रोत जैसे प्रमाणित पुस्तके, विशेषज्ञ नोट्स आदि से बनाया गया है। निश्चित रूप से यह सिविल सेवा परीक्षाओ और अन्य परीक्षाओ के लिए उपयोगी है।
सवाना या उष्णकटिबंधीय घास मैदान (savanna or tropical grasslands)
सवाना (Savannah) समुदाय घास और बिखरे हुए पेड़ों का एक विशेष पारितंत्र है। सवाना सामान्य…
महात्मा गांधी सेतु (Super Structure Replacement – Mahatma Gandhi setu)
बिहार की जीवन रेखा कहां जाने वाला महात्मा गांधी सेतु (Mahatma Gandhi setu) उत्तरी और…
क्या मुझे आई.ए.एस (IAS) की कोचिंग के लिए दिल्ली जाना चाहिए ?
आई.ए.एस (IAS) की कोचिंग के लिए दिल्ली जाना एक बैहतर विकल्प हो सकता है। दिल्ली…
आधार वर्ष क्या है (What is Base year)
किसी क्षेत्र या देश की अर्थव्यवस्था को जानने और दिशा का पता लगाने के लिए…
1857 की क्रांति में बहादुर शाह जफर को क्यों चुना गया?
29 मार्च, 1857 बैरकपुर छावनी में मंगल पांडेय द्वारा विद्रोह शुरू हुआ और 8 अप्रैल,…
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण(NPPA) क्या है ? [UPSC-HINDI GS]
राष्ट्रीय औषधि उत्पाद मूल्य प्राधिकरण (National Pharmaceutical Pricing Authority-NPPA) की स्थापना 29 अगस्त, 1997 को…