30 मार्च, 2020 को नासा ने सन रेडियो इंटरफेरोमीटर स्पेस एक्सपेरिमेंट सनराइज मिशन (Sunrise mission) मिशन की घोषणा की थी। सनराइज मिशन यह अध्ययन करने के लिए है कि सूरज कैसे विशालकाय सौर कण तूफान बनाता है।
सनराइज मिशन का उद्देश्य
मिशन का उद्देश्य सौर तूफानों का अध्ययन और सौर प्रणाली के काम को समझना है। यह अध्ययन भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों को मंगल की यात्रा करने और सौर तूफानों से बचाने में भी मदद करेगा।
मिशन को छह क्यूबसैट को जियोसिंक्रोनस-ऑर्बिट (Geosynchronous-orbit) में तैनात करना है। DARPA हाई-फ्रिक्वेंसी रिसर्च और मार्स क्यूब वन (MARCO) की सफलता के कारण मिशन संभव हो गया है।
![नासा का सनराइज मिशन [Sunrise mission] [UPSC GK]](https://blogs.nasa.gov/sunspot/wp-content/uploads/sites/289/2021/09/CME_Type2RadioBursts.gif)
सनराइज मिशन को सौंपा गया कार्य
क्यूबेट्स सूर्य से उत्सर्जित कम आवृत्ति उत्सर्जन की रेडियो छवियों को पकड़ने के लिए रेडियो टेलीस्कोप का उपयोग करेंगे। इन्हें डीप स्पेस नेटवर्क के जरिए धरती पर भेजा जाएगा। इसके अलावा, क्यूबेट्स सूरज से उत्पन्न होने वाले विशाल कण के स्थान के बारे में जानने के लिए एक 3D मैपिंग बनाएंगे।
सनराइज मिशन सूरज के स्पेक्ट्रम का अध्ययन करना है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आयनमंडल के कारण पृथ्वी से सूर्य के स्पेक्ट्रम का अध्ययन नहीं किया जा सकता है।